सच्चाई की एक जलक… सरिगाव की ऐन.आर.अग्रवाल कंपनी के राजू अग्रवालने आखिर “साम: (दिमाग का खेला खेल) , दाम: (पानी की तरह बहाया पैसा) , दण्ड: (चतुराई से किया दंडित) , भेद: (खेला भेदी खेल)” कंपनी जुगाड़ लगा के करवा ली शरू…कैसे खेले दावपेच और कोण है सामील देखिये…विस्तार से
सरिगाव की ऐन.आर.अग्रवाल कंपनी के राजू अग्रवालने आखिरकार जुगाड़ लगवा के अपनी कंपनी शरू करावा ही ली । सूत्रो से जानकारी है की पाईपलाइन लगाने मे हुए कांड मे ऐन.आर.अग्रवाल कंपनी के राजू अग्रवाल की पोल खुल गई थी और जुगाड़ो के उसके रहस्यो मे किसीने उसे मात दे दी थी। और राजू अग्रवाल की वापी की कंपनियो मे हो रही बेदारकरी और नुकशानी के कारण राजू अगरवालने जोरोशोरों से सरिगाव मे यह यूनिट शुरू हुआ था। यह यूनिट के ऊपर ही उसकी कंपनी का सारा कारभार था। राजू अग्रवाल और उसके भाई जिसकी भी पेपरमिल है और दोनों रेसमे लगे हुए है।
सरिगाव की ऐन.आर.अग्रवाल कंपनी के राजू अग्रवालने कंपनी शरू करने के लिए केंद्रीय मंत्रीओ और गुजरात के मंत्रियो के सहयोग से हुआ है। यह कंपनी शरू करवाने के लिए 2019 का चुनावी फंड भी वसूला जा चुका है। हमारे हाथ आरटीआई के माध्यम से ऐसे दस्तावेज़ और वीडियो ग्राफी मिली है। जो हम अगली पेशकश मे पर्दाफाश करने वाले हा जिससे बहुत से अधिकारिओ की मिलीभगत के सबूत भी हम पेश करेंगे और कोण कोण से राजनैतिक नेताकि इसमे क्या भूमिका रही है उसका पूरा पर्दाफाश हम करने जा रहे है। इसमे सरकारी अधिकारी के पाइपलाइन निकालने के बाद वापीस पाईप्लइन क्यो और कैसे डाली गई।
—क्यो पाइपलाइन वापिस डाली गई?
—कोण कोण से अधिकारी ने पैसा लिया क्यो लिया और क्या फाइदा किया कंपनी को?
—कोण कोण से मंत्री है सामील?
—क्यो राजू अग्रवाल पे कार्यवाही नहीं हुई?
—क्यो कलेक्टर, मामलतदार, प्रांत अधिकारी चुप?
—क्या वापिस होजीआई कार्यवाही?
—क्या पत्रकारकी कलम जनहित के लिए रंग लाएगी?
—क्या आदिवासी को मिला न्याय?
—देखिये पूरी खबर अगली पेशकशमे ….